वो शाम उनसे मुलाकात हुई नजाने
कब उनसे आँखें चार हुई
दूर से ही अँखों अँखों में बात हूई
धड़क रहा था दिल मेरा तेज रफ्तार से
जब उन की नजर हम पर फिदा हुई
सोचा ना था के युं मिल पाएंगें उनसे
कभी
वो शाम ही मोहब्बत की शुरुआत हुई
मेरे जीवन में हसीन बरसात हुई
...
©Rama Goswami