तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना
थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राहैं जाना
मेरे ख्वाबों में हक़ीक़त में इक तू ही है मेरा अपना
छूटी जबसे ये दुनियाँदारी तुझे चाहूँ गले लगाना
तेरी सांसो से दहक रहा है तन वदन ये मेरा
पलको में उलझी हो पलकें जब नज़दीक मेरे आना
यही आरज़ू ये प्रतिभा की तमन्ना बस् यही है
तोड़ बंदिशें ज़माने की बांहों में सिमट जाना
©VINAY PANWAR
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