White अँधेरे लाख कोशिश करें
अपने वजूद को बचाने की
पर क्या कर लेगा वो ज़ब सूरज सुबह आके उसकी ख़्वाहिशों पर पानी फेर
देने वाला हो
ताउम्र हथेली पर किस्मत की लकीरे बनती रहीं और मिटती रहीं
क्या होंगी तक़दीर की किस्मत ज़ब हथेली सपाट हो गई हो और कोई लकीर बनती ही न हो
©Parasram Arora
अँधेरे लाख कोशिश कर्रे