White आँखों की नमी बता रहीं तुम भीतर ही भीतर सुलग | हिंदी कविता

"White आँखों की नमी बता रहीं तुम भीतर ही भीतर सुलग रहे हों मुझे तुम्हारी ये झूठी हंसी तकलीफ दें रहीं है आखिर क्यों तुम सच्चाई अपनी मुझसे छुपा रहे हो ©Parasram Arora"

 White आँखों की नमी बता रहीं 
तुम भीतर ही भीतर सुलग रहे हों

मुझे तुम्हारी ये झूठी  
 हंसी  तकलीफ दें रहीं है  
आखिर 
क्यों तुम सच्चाई अपनी  
मुझसे छुपा रहे हो

©Parasram Arora

White आँखों की नमी बता रहीं तुम भीतर ही भीतर सुलग रहे हों मुझे तुम्हारी ये झूठी हंसी तकलीफ दें रहीं है आखिर क्यों तुम सच्चाई अपनी मुझसे छुपा रहे हो ©Parasram Arora

सच्चाई

People who shared love close

More like this

Trending Topic