White सहानुभूति समर्पित करना सामर्थ है जो चला गया | हिंदी Shayari

"White सहानुभूति समर्पित करना सामर्थ है जो चला गया उसको रोना व्यर्थ है पूछ लो दिन में उसका हाल कभी अब सोते हुए को जगाना व्यर्थ है जीते जी वो ना भाया एक आंख तुम्हे अब चिता के आगे रोना व्यर्थ है ©Fit Shayar"

 White सहानुभूति समर्पित करना सामर्थ है
जो चला गया उसको रोना व्यर्थ है
पूछ लो दिन में उसका हाल कभी 
अब सोते हुए को जगाना व्यर्थ है
जीते जी वो ना भाया एक आंख तुम्हे
अब चिता के आगे रोना व्यर्थ है

©Fit Shayar

White सहानुभूति समर्पित करना सामर्थ है जो चला गया उसको रोना व्यर्थ है पूछ लो दिन में उसका हाल कभी अब सोते हुए को जगाना व्यर्थ है जीते जी वो ना भाया एक आंख तुम्हे अब चिता के आगे रोना व्यर्थ है ©Fit Shayar

#nightthoughts

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