जनाब! दिल को संभालिए,
यूं ही न,
खोने दीजीए।
अगर कहीं,
हो गया घुम।
तो महौबत की गलियां,
बहुत होती है पेचीदा,
इनमें बहुत है,
भूल भूलेइयां।
ये न हो,
आप खो जाएं,
और फिर न अपने घर,
और न उसके घर,
पहुंच पाएं।
©Anil Kumar Jaswal
#भूलभूलेइयां। gaTTubaba @Sana Binte Zamaan Sudha Tripathi @heartlessrj1297 @kanchan Yadav