आज फिर एक प्रेम कहानी के साथ हाजीर हूँ
मेरे साथ बिहार राज्य के गोपालगंज जिले के रहने वाले हे।उनका नाम R.आलम है जो पढाई के दौरान एक लडकी से प्यार हो गया और उस लडकी को उनसे प्यार हो गया पर दोनो एक दुसरे से कहने से डरते थे कक्षा पांच से प्यार था पर कहने से डरते थे यह सिलसिला कक्षा छः तक आया फिर दोनो ने किसी तरह एक दुसरे से प्यार का इजहार किया अब दोनों का प्यार छः से सुरू हुआ कक्षा सात और कक्षा आठ मे आते आते दूरियां बढने लगी दुर होने के कारण कौई और नहीं था उसी के साथ रहने वाला एक लडका था जो लडकी के गांव का ही था कुछ एसा शब्द का प्रयोग किया कि उस लडकी से दुरि बनाना पडा पर यह गलत था बिना जाने किसी पर गलत इल्जाम नहीं लगाना चाहिए लडकी प्यार करती थी उस लडके का इंतजार एक साल कि पर दुर होने के बाद उस लडके को दुःख हुआ दोनों के बीच कि बात एक रहस्य बनकर रह गया ना लडकी पुछी ना ही लड़का पुछा क्या हुआ क्यो नराज हो। दोनो को आपस में मील कर बाते कर लेनी चाहिए पर येसा नहीं हुआ और दोनो बिछड़ गये हमेशा हमेशा केलिए यदि आप भी प्यार किसी से करते हो तो किसी दुसरे कि बात सुन कर उसे छोड मत देना और कौई भी कुछ कहे लडकी गलत है या लडका गलत है तो दोनों का प्यार सच्चा होगा तो किसी की बात नहीं सूनेगे दो दिल के बिच में तिसरा आया तो समझ लेना प्यार खतरे में है। यह कहानी बहुत लम्बी है इसलिए सटकाट मै लिखा हु
©RAMLALIT NIRALA
एक अधुरी प्रेम कहानी लव स्टोरी