White जब मन की गति धीमी हो
मौसम में थोड़ी नमी हो
गर ना मिले हल प्रश्नों का
तो थोड़ी मस्ती जरूरी हो
थपेड़े वक्त के जब गर्म हो
हवाएं भी जब नर्म हो
पलटवार करना जरूरी
जब विपरीत में स्वभाव अड़ंग हो
भीड़ में जब महसूस अलग हो
हो रही पहचान खुद की समझ लो
थोड़ा रुक पीछे देख लेना
कितने अनमोल तुम स्वयं हो
जब मन की गति धीमी हो
मौसम में थोड़ी नमी हो
रगर ना मिले हर प्रश्नों का
तो थोड़ी मस्ती जरूरी हो !"
©kanchan Yadav
#Sad_Status