इंतज़ार की घड़ियाँ बितती नहीं
दीवाना कुछ उनका ऐसा हुआ
उनके इंतज़ार में सारी उम्र रह गया
मोहब्बत में वो मकाम आया ही नहीं
बस उनका ही नाम लेता रह गया
दिल को हर बार समझाता रह गया
जिस्म से जान तक वो पास आएँगे
कुछ भी ऐसा ना हुआ साथ मेरे
बस इंतज़ार करता रह गया दिल मेरा
आँसुओं से भरी हर रात रह गया मेरा
©Prabhat Kumar
#प्रभात