रिश्ता जो निस्वार्थ हो वो कच्चा हो नहीं सकता। तेरी | हिंदी Shayari
"रिश्ता जो निस्वार्थ हो वो कच्चा हो नहीं सकता।
तेरी बातो से नरेश बेवफाई की बू आती है, तू सच्चा हो नहीं सकता।
इतनी सी उम्र में इतनी गहराई जो लिख लेता है,
शायर वो बड़ा होगा, बच्चा हो नहीं सकता।।
#naresh.k"
रिश्ता जो निस्वार्थ हो वो कच्चा हो नहीं सकता।
तेरी बातो से नरेश बेवफाई की बू आती है, तू सच्चा हो नहीं सकता।
इतनी सी उम्र में इतनी गहराई जो लिख लेता है,
शायर वो बड़ा होगा, बच्चा हो नहीं सकता।।
#naresh.k