किताब न गरीबी देखती
न अमीरी
न ऊंच देखती
न नीच
जो करें श्रद्धा
उसकी बदल देती तकदीर है
किताब के पन्नो की फड़फड़ाहट
लग जाये जिसके चेहरों को
उसका चेहरा सूर्य सा तेजवान हो जाये ....
ईश्वर, शैतान, प्रकृति , इंसान ,किसान, कलाकार, विज्ञान ,शोध , चोर हो या हत्यारा
सब को रखती अपनी कोख में
किया न किसी से द्वेष .....
किताब की फड़फड़ाहट
दर्शन कराती है ,सबकी जीवन लीला ।
किताब में ही वेद है, रामायण है , गीता है
किताब में ही गुरुवाणी , कुरान और बाइबल
किताब में ही युद्ध रणनीति
विज्ञान का तर्क
गणित की पद्धति
कला का सौंदर्य
या मायाजाल
गुरुवों का गुरु
किताब में ही
सत्य का ज्ञान ,असत्य की परख
धर्म भी यहां , अधर्म भी यहीं
यही कानून ,यही संविधान
यही प्रकाश , इसके बिन सब अंधकार ....
सबका मार्ग दर्शक श्री कृष्ण सा
किताब ही अमृतपान ......
पूरी जीवन लग जाती है
किताब के आगोश में
अंकित शब्द होने में
क्या है ये किताब
जो भी हो बस
पवित्र है ये किताब
बस पवित्र है ये किताब .......✍
🤔निशीथ🤔
©Nisheeth pandey
#kitaab
किताब न गरीबी देखती
न अमीरी
न ऊंच देखती
न नीच
जो करें श्रद्धा