तुमको ये कौन जाकर बताए,
कि ताले तो कब के जड़ दिये थे इन दरवाज़ो पर...
लेकिन तुमने उस पार से क्या भेजा होगा,
इसकी बेताबी भी बेशुमार रही दिल में,
इसी लिए चाबी से थोड़ी थोड़ी देर बाद खोलती रही,
उन दरवाज़ो को जिन पर ताले जड़ कर आयी थी,,,,,
वो एक ताला भी नही रोक सका मुझको ,
मेरी mohabbat जताने के लिए,,,
और ये बार बार ताला तोड़ कर मुझे उस पार jana अब ,,,
ना जाने क्यों अच्छा लगने लगा है,,,
तो फ़िर तुम कहोगे कि ताला जड़ा क्यों है,,,,
तो में कहूंगी की, की ये ताला में फ़िर जड़ दूँगी😅
©Ritika Thakur
#couples