प्रिय डायरी मेरी डायरी
(भाग 1)
मेरी डायरी कहती है मुझसे,
यार मैं नाराज हूं तुमसे
जब तुम तन्हां थीं तो मैं ही तुम्हारे पास थी
तुम्हारी ख़ुशी, तुम्हारे गम में,
हर पल बस मैं ही साथ थी
तुम अपने राज मुझसे कहती थी
मैंने संजोए हैं तुम्हारे आंसू
मैंने संभाला तुम्हारी मुस्कान
मैं ही तुम्हारी प्रिय सखी थी
तुम्हारे सपने, तुम साझा करती थी
तुम्हारी जीत, तुम्हारी हार
तुम्हारी सखी, तुम्हारा प्यार
तुम्हारा रोष, तुम पर लगे दोष
क्या कुछ नहीं सहा तुम्हारे संग
मेरे कोरे पन्नों में
तुमने भरा भावों के रंग
लेकिन, तुम अब बदल गई हो
©Yaminee Suryaja
#NojotoStreak