White इंतज़ार अब होता नहीं
ज़िन्दगी क्यों ऐसी हो गई मेरी
न जाने किसकी यादों में
खो गया ये मन मेरा
तू नहीं कोई और था वो
अंजना सा चेहरा लग रहा था उसका
देख कर उसको
मुस्कुरा भी नहीं पा रहा था
ज़िन्दगी क्यों ऐसी हो गई मेरी
हर चीज़ में ख़ुशी ख़ोज रही थी
©Prabhat Kumar
#प्रभात