White पल्लव की डायरी
परिंदों को पेड़ो पर बाटने के
गुर सिखाये जा रहे है
कौमो को विधर्मी बताकर
शांति सहिष्णुता के गीत भुलाये जा रहे है
पनप गये है पतित रावण
अपहरण धर्म का किये जा रहे है
जड़ों में खप गयी कीतनी पीढ़िया
बस मानवता का धर्म बता रहे है
मगर आज उन्मादी होकर कुछ लोग
जबरजस्ती अफीम धर्म की चटा रहे है
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#GoodMorning जबरजस्ती धर्म की अफीम चटा रहे है