White बाट जोह रहा हूं किसी ख़ास की ख़ातिर ज़िंद | हिंदी लव

"White बाट जोह रहा हूं किसी ख़ास की ख़ातिर ज़िंदा हूं मैं बस आख़िरी सांस की ख़ातिर ये कश्मकश है जो पागल बना रहा उसको वर्ना कच्ची डोर काफी है आस की ख़ातिर पीने को पानी पी रहा हूं फ़कत दिखाने को उसके होंठ जरूरी है मेरी प्यास की ख़ातिर घर भी अपना दफ़्तर भी और ये पूरा जहां बहन और मां जरूरी है आवास की ख़ातिर देखकर सब कुछ उसके दर से लौट गया वो जरूरी है ज़िंदगी में मिठास की ख़ातिर कश्मकश की मार से वो कोई जो बेचैन है हल्की मुस्कान जरूरी है उदास की ख़ातिर पहन कर सूट कोई राजा तो नहीं आजकल गरेबान जरूरी है किसी लिबास की ख़ातिर ये समंदर कितना गहरा है बताओ अब कोई फक़त गहराई जरूरी है ग़व्वास की ख़ातिर अदाएं हुस्न को निखारे मुस्कान चेहरे को तो श्रृंगार जरूरी है रूप के विकास की ख़ातिर खुद को निहारे शीशे में और शर्माए कुछ यूं सुनो 'प्रशांत' जरूरी है एहसास की ख़ातिर _ प्रशांत कुमार ख्यात ©प्रशांत की डायरी"

 White  

बाट जोह रहा हूं किसी ख़ास की ख़ातिर 
ज़िंदा हूं मैं बस आख़िरी सांस की ख़ातिर

ये कश्मकश है जो पागल बना रहा उसको
वर्ना कच्ची डोर काफी है आस की ख़ातिर

पीने को पानी पी रहा हूं फ़कत दिखाने को 
उसके होंठ जरूरी है मेरी प्यास की ख़ातिर

घर भी अपना दफ़्तर भी और ये पूरा जहां 
बहन और मां जरूरी है आवास की ख़ातिर

देखकर  सब कुछ उसके दर से लौट गया 
वो जरूरी है  ज़िंदगी में मिठास की ख़ातिर

कश्मकश की मार से वो कोई जो बेचैन है
हल्की मुस्कान जरूरी है उदास की ख़ातिर

पहन कर सूट कोई राजा तो नहीं आजकल
गरेबान जरूरी है किसी लिबास की ख़ातिर

ये समंदर कितना गहरा है बताओ अब कोई 
फक़त गहराई जरूरी है  ग़व्वास की ख़ातिर

अदाएं हुस्न को निखारे मुस्कान चेहरे को तो
श्रृंगार जरूरी है  रूप के विकास की ख़ातिर

खुद को निहारे शीशे में और शर्माए कुछ यूं
सुनो 'प्रशांत' जरूरी है एहसास की ख़ातिर

_ प्रशांत कुमार ख्यात

©प्रशांत की डायरी

White बाट जोह रहा हूं किसी ख़ास की ख़ातिर ज़िंदा हूं मैं बस आख़िरी सांस की ख़ातिर ये कश्मकश है जो पागल बना रहा उसको वर्ना कच्ची डोर काफी है आस की ख़ातिर पीने को पानी पी रहा हूं फ़कत दिखाने को उसके होंठ जरूरी है मेरी प्यास की ख़ातिर घर भी अपना दफ़्तर भी और ये पूरा जहां बहन और मां जरूरी है आवास की ख़ातिर देखकर सब कुछ उसके दर से लौट गया वो जरूरी है ज़िंदगी में मिठास की ख़ातिर कश्मकश की मार से वो कोई जो बेचैन है हल्की मुस्कान जरूरी है उदास की ख़ातिर पहन कर सूट कोई राजा तो नहीं आजकल गरेबान जरूरी है किसी लिबास की ख़ातिर ये समंदर कितना गहरा है बताओ अब कोई फक़त गहराई जरूरी है ग़व्वास की ख़ातिर अदाएं हुस्न को निखारे मुस्कान चेहरे को तो श्रृंगार जरूरी है रूप के विकास की ख़ातिर खुद को निहारे शीशे में और शर्माए कुछ यूं सुनो 'प्रशांत' जरूरी है एहसास की ख़ातिर _ प्रशांत कुमार ख्यात ©प्रशांत की डायरी

ख़्याल और जज़्बात

#love_shayari #Hindi #nojohindi #nojoto #viral #Trending #Life
@Sircastic Saurabh सफ़ीर 'रे' @Haal E Dil @Rakhee ki kalam se ख्वाहिश___... लव शायरी शायरी लव रोमांटिक लव कोट्स लव सैड शायरी

People who shared love close

More like this

Trending Topic