जो दिल में है वो जुबां पे कब लाते हैं लोग
बहुत बार दिल की दिल में छुपा के रह जाते है लोग
इक मुस्कान चिपकी सी रह जाती है होठो पर
एक नकाब के पीछे बहुत कुछ छुपा के रख लेते हैं लोग
दिल के रिश्ते हो या खून के रिश्ते इक डोर से बँधे है
बस एक हल्की सी कसक को गाँठ में रख लेते हैं लोग..
©M.S. Suthar
कसक...