समय का आरंभ तू गौरीहर
तू ही एक मात्र गंगा का पालन हार
कैलास और स्मशान का तुही अधिकारी
तेरे आगे फिके सब है भिकारी
ना मोह ना माया का प्रभाव
तेरी दृष्टी मे है सब प्रेमभाव
नटराज बनके तू करे तांडव
सारे जगत मे आये प्रलय
भूत प्रेत दानव का तू हे तारणहार
पार्वती और सती का तू ही स्वामी
शस्त्र अस्त्र तेरे आगे निकामी
पापियों का तू करे संहार
जब पीडा असह्य होवे भक्त की तब होवे तू दंडाधिकारी
ऐसा मेरा स्वामी जगत गुणकारी
©स्वानंदी
भक्ति गीत भक्ति गाना mp3 हर हर महादेव Kalki Hinduism