"White हर शख्स को नाटक करते देखा है
ऐसे ही रिश्तों के रूप बदलते देखा है
हर रिश्ते में मतलब का रंग आते देखा है
मैने अपना रिश्ता भी बदले हुए देखा है
स्वार्थ के रंग में उसको रंगते हुए पाया है।
फर्क इतना है पास हो के पास नहीं
ओर रिश्ते नाम के ही अपने कह पाए है।।
©aditi the writer"