मंजर भी बेनूर था और फिजायें भी बेरंग थीं बस फिर तु | हिंदी Shayari Vid

"मंजर भी बेनूर था और फिजायें भी बेरंग थीं बस फिर तुम याद आये और मौसम सुहाना हो गया! ©Archii "

मंजर भी बेनूर था और फिजायें भी बेरंग थीं बस फिर तुम याद आये और मौसम सुहाना हो गया! ©Archii

#safar #SuhanaMausam❣️

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