दिलों में जो आग थी, उसे ठंडा कर जाएं, साथ मिलकर सभ | हिंदी कविता

"दिलों में जो आग थी, उसे ठंडा कर जाएं, साथ मिलकर सभी के सपनों में रंग भर जाएं। जहां लड़ाइयों का साया भी न आए दोबारा, चलो आज फिर एक कदम शांति की ओर बढ़ाएं। ©Balwant Mehta"

 दिलों में जो आग थी, उसे ठंडा कर जाएं,
साथ मिलकर सभी के सपनों में रंग भर जाएं।
जहां लड़ाइयों का साया भी न आए दोबारा,
चलो आज फिर एक कदम शांति की ओर बढ़ाएं।

©Balwant Mehta

दिलों में जो आग थी, उसे ठंडा कर जाएं, साथ मिलकर सभी के सपनों में रंग भर जाएं। जहां लड़ाइयों का साया भी न आए दोबारा, चलो आज फिर एक कदम शांति की ओर बढ़ाएं। ©Balwant Mehta

#peace

People who shared love close

More like this

Trending Topic