गर जिंदगी एक सिलसिला है, तो ये सिलसिला चलना चाहिए...दूर तलक,
बात बनती बिगड़ती रहती है, पर वास्ता होना चाहिए, दूर तलक...
ख्वाहिशे बढ़ती घटती रहती है, पर उम्मीद होनी चाहिए दूर तलक......
इस दूर तलाक चलने और बढ़ने की चाहत में, मैं रोज एक नई यात्रा पर बढ़ती जा रही हूँ ...खुद से खुद की पहचान और सुकून की तलाश में चलती जा रही हूं.....दूर तलक..
©Dr.Khushboo
#Door talak