इश्क़ की गली बंजर किए फिरते हैं। ये दुनिया वाले शब
"इश्क़ की गली बंजर किए फिरते हैं।
ये दुनिया वाले शब्दों के खंजर लिए फिरते है।
जो जरा सी बात पे आंसू बहा दे वो और लोग होंगे,
हम तो आंख में समंदर लिए फिरते हैं।
@ singh Shubham..."
इश्क़ की गली बंजर किए फिरते हैं।
ये दुनिया वाले शब्दों के खंजर लिए फिरते है।
जो जरा सी बात पे आंसू बहा दे वो और लोग होंगे,
हम तो आंख में समंदर लिए फिरते हैं।
@ singh Shubham...