White किसको कोसो, खुद को या दुनिया को,
हर मोड़ पर ठोकरें मिली,
किस्मत या बंदिशों को।
ख्वाब सजाए थे जिन आँखों ने,
वही आँसू छलकाते हैं,
अब किसे दोष दूं,
जब अपने ही पराये नज़र आते हैं।
ज़िंदगी के इस सफर में,
हर कदम एक जंग हो गया,
कोई साथ नहीं,
और
अकेलापन हमसफ़र हो गया।
©(S.S)
#Sad_Status