तन्हा डर डर कर अंधेरे में हम झिझकते रहे, तुम्हारी याद आई तन्हाई में तो हम सीसकते रहे, अब कोई तो न था जो पोंछता मेरे आँसू सारी रात इन आसूंओं की बारिश में हम भीगते रहे, ©Musa afraj #findingyourself Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto