ऐ-जिंदगी मत रुला इतना..!!
किस्मतों का लिखा मत मिटा इतना,,
हाथों की लकीरों के घाव गहरें हो गए हैं,,
रातों की नींदें मत उड़ा इतना..!!
तेरे दरवाजे के भिखारी है हम भी,,
खाली हाथ मत लोटा इतना..!!
अब दर्द में भी हंसना सिख गए हैं हम,,
आंखों से नीर मत बहा इतना..!!
ए-जिंदगी मत रुला इतना ...!!
©Mr Govind
#addiction
#L♥️ve