मुझे गर्व है....।
मुझे गर्व है आज की बेटियों पर,
जो सिर उठा के,
अपने सपनों को पूरा करने,
की जी तोड कोशिश कर रही है,
मुझे गर्व है उनकी मेहनत पर,
जो हर संघर्ष का,
हंसकर और डटकर उनका,
सामना कर रही है,
माना अब भी बंदिशें है,
माना अब भी सोच पुरानी है,
पर गर्व है आज की बेटियों पर,
जो उन बंदिशों में भी,
अपने सपनों की उड़ान भरने लगी है,
और लोगों की सोच को,
बदलने के काबिल हो गई है।
©Pinki Khandelwal
फक्र हो रहा होगा हर पिता को उनकी बेटियों पर,
बना रही अपनी वो नयी पहचान है,
चौड़ा हुआ होगा हर मां का सीना,
जब देखा होगा उन्होंने उनकी बेटियां को कैसे आज आसमां में उड़ान भर रही है।