मुश्किलें वक़्त के साथ गुजर जाएंगी,
चलता चल राही कर्म की राह पर।
बूँद बारिस की बन जब मुश्किलें मिलें,
सब्र की लेके छतरी बढ़ मंजिलों की तरफ।।
मुश्किलें.............................
मुश्किलें बनके शोला जब जलाने लगें,
धैर्य पानी सा लेके बुझाता तू चल।।
मुश्किलें........................
मुश्किलें बन के तूफां जब उड़ाने लगे,
शान्ति से वक्त अपना बिताता तू चल।।
मुश्किलें...............
मुश्किलें बन के काँटे जब मिलें राह पर,
है लक्ष्य पाना अगर तो कुचल के तू बढ़।।
मुश्किलें..............................
मुश्किलों से तेरा मन जब डिगेगा नहीं,
जीतेगा तू ही सुन ले कभी न कभी।।
मुश्किलें........................
©Shiva Nand Tiwari
#नोजोटो #nojohindi
#fourlinepoetry