a-person-standing-on-a-beach-at-sunset मैं वो हूं जो निभाऊं बेईमानों संग तो सच्चे,लोगों के आगे हार कर दूं
अगर मुकर जाऊं अपनो के साथ भी तो,पहचानने से भी इन्कार कर दूं
अगर ज़िद है किसी को अपना बनाने की तो उसके लिए,स्वर्ग नर्क को भी पार कर दूं
अगर कोई मतलबी लगा तो उसे भरे बाज़ार में भी,शर्मसार कर दूं।।
©Deep Pathania
#SunSet 'दर्द भरी शायरी'