चाय से तो मोहब्ब्त मुझे सुरु से थी,
पर ,
जब हमनें जाना कि चाय तुम्हें पसन्द नहीं, क्योंकि
अक्सर वो तुम्हारे जीभ को जला दिया करती है
नफ़रत सी हो गई थी "चाय" इस चाय के नाम से,
उस दिन से मैंने चाय पीना छोड़ दिया ,
क्योंकि जो तुम्हें पसंद नही,
भला वो मुझे कैसे पसंद आएगी...
मोहब्ब्त तो दोनों से बेइंतहा थी,
एक को हमने छोड़ दिया , और
एक ने हमको...
©अन्यांश
#chai