White चल रओ मुकदमा मोरो,
देखो मोहल्ला कोर्ट में |
कईयन घायल हो गए हैं,
बातन-बातन की चोट में ||
चल रओ -----------
कछु ने कह दई,
मोइ-मोइ में ,
कछु ने मोपे कह दई |
कछु ने जाके कह दई,
घर आंगन की ओट में ||
चल रओ-------------
कछु तो दिन भर बाट निकारें,
कौन से का-का कह दऊ, |
कछु के पाउन खुजली मची,
घर -घर जाए बुलौआ दे दऊं ||
चल रओ--------------
बुंदेली लोकगीत
लेखक:-मनीष श्रीवास्तव (अर्श)
गैरतगंज जिला रायसेन म.प्र
मो.9009247220
©Manish Shrivastava
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