"याद तेरी आती रहेगी...
पर, तु न आएगा!
ऐसे ही होली आती रहेगी...
गुलाल न लग पाएगा!
फीके फीके से हैं हम...
तु न समझ पाएगा!
तेरे बिना ये होली भी...
बेरंग हो जाएगा!
चारों ओर रंगो के बरसात...
मेरे दिल न भीग पाएगा!
मजा और सजा को आंखों में छुपा लूं...
कोई भी देख न पाएगा!
©Aparna Nayak
"