यूं धुआ धुआ सा हू,
ना जाने कोन सी उलझन है,
अभी तक तेरी सादगी के कायल थे,
अब तेरी कशिश की दीवाने है...!
---(GUSTAKHI MAAF)
©someone special
यूं धुआ धुआ सा हू,
ना जाने कोन सी उलझन है,
अभी तक तेरी सादगी के कायल थे,
अब तेरी कशिश की दीवाने है...!
---(GUSTAKHI MAAF)