Love Shayari in Hindi ✍️आज की डायरी✍️ | हिंदी कविता

"Love Shayari in Hindi ✍️आज की डायरी✍️ ✍️तुम्हारे लिये.....✍️ हर किसी का सफ़र में इंतज़ार नहीं होता । नज़रों का मिलना ही इज़हार नहीं होता ।। कई रातों की नींद कुर्बान करनी पड़ती है । ऐसे ही किसी शख़्स से प्यार नहीं होता ।। गहरे प्रेम में ही शिक़वा-शिक़ायत होती है । दो-चार मुलाकातों में तक़रार नहीं होता ।। दिल की बात कहने में जुबां ख़ामोश भी हो । बोलती निग़ाहों से मग़र इनकार नहीं होता ।। मिलते रहो तो दिल के जज़्बात समझ आते हैं । दो-चार बात करने में ही इक़रार नहीं होता ।। ये प्रसाद नहीं की सबको बाँटते रहो "नीरज" । प्यार के मसले में बंटवारा स्वीकार नहीं होता ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र"

 Love Shayari in Hindi ✍️आज की डायरी✍️

                ✍️तुम्हारे लिये.....✍️

हर किसी का सफ़र में इंतज़ार नहीं होता ।
नज़रों का मिलना ही इज़हार नहीं होता ।।

कई रातों की नींद कुर्बान करनी पड़ती है ।
ऐसे ही किसी शख़्स से प्यार नहीं होता ।।

गहरे प्रेम में ही शिक़वा-शिक़ायत होती है ।
दो-चार मुलाकातों में तक़रार नहीं होता ।।

दिल की बात कहने में जुबां ख़ामोश भी हो ।
बोलती निग़ाहों से मग़र इनकार नहीं होता ।।

मिलते रहो तो दिल के जज़्बात समझ आते हैं ।
दो-चार बात करने में ही इक़रार नहीं होता ।।

ये प्रसाद नहीं की सबको बाँटते रहो "नीरज" ।
प्यार के मसले में बंटवारा स्वीकार नहीं होता ।।

              ✍️नीरज✍️

©डॉ राघवेन्द्र

Love Shayari in Hindi ✍️आज की डायरी✍️ ✍️तुम्हारे लिये.....✍️ हर किसी का सफ़र में इंतज़ार नहीं होता । नज़रों का मिलना ही इज़हार नहीं होता ।। कई रातों की नींद कुर्बान करनी पड़ती है । ऐसे ही किसी शख़्स से प्यार नहीं होता ।। गहरे प्रेम में ही शिक़वा-शिक़ायत होती है । दो-चार मुलाकातों में तक़रार नहीं होता ।। दिल की बात कहने में जुबां ख़ामोश भी हो । बोलती निग़ाहों से मग़र इनकार नहीं होता ।। मिलते रहो तो दिल के जज़्बात समझ आते हैं । दो-चार बात करने में ही इक़रार नहीं होता ।। ये प्रसाद नहीं की सबको बाँटते रहो "नीरज" । प्यार के मसले में बंटवारा स्वीकार नहीं होता ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र

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