the day of judgement
दिल अपना मेरे नाम वसीयत वो कर गये,
फिर से मिले तो जुबां से मुकर गये,
हर एक गुनाह में वो मेरे साथ थे मगर,
इल्जाम सारे मेरे नाम कर गये,
जिनको खुशी की रोशनी मैं बाटता रहा,
घर में अंधेरा मेरे वो कर गये |
24/04/2024
©Suresh Gulia
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