कौन तुम्हारी सुनता होगा
जिससे तुम ये व्यथा कहो
राम तुम्हारे शुभचिंतक हैं
उनसे तुम सारी कथा कहो
कौन जगत में हुआ तेरा
कौन छोड़ कर जाएगा
हाथ पकड़ लो रघुननंदन का
ये जग तेरा हो जाएगा
जीवन भर यूँ ठोकर खाकर
मन को बस भरमाते हैं
कोई ना होता है जब अपना
राम काम ही आते हैं
जय श्री राम
©gyan1590
#Ram_Navmi