मेरे मरने पे मिल के जश्न मनाना यारों,
हमारे नाम का एक जाम उठाना यारों।
गड़े मुर्दे उखाड़ने की है आदत सबको,
ज़रा गहराई में तुम हमको दबाना यारों।
मान लेते हैं आज वक़्त नहीं मिलने का,
वक़्त जब आए बहाना न बनाना यारों।
मेरी हर बात उड़ाते रहे हवा में मगर,
मानते दिल से रहे हमको सयाना यारों।
यक़ीं है होगी मुलाकात फिर जहन्नुम में,
ख़्वाब जन्नत का बेवजह न दिखाना यारों।
मेरे अफ़साने में कुछ सफ़्हे तुम्हारे भी हैं,
बैठ कर पढ़ना इसे और सुनाना यारों।
देकर जायेंगे सारी ज़र-ज़मीन बच्चों को,
बांट लेना मेरी यादों का ख़ज़ाना यारों।
मुँह से गाली सही हम दिल से दुआ देते हैं,
जहाँ रहो वहाँ मौसम हो सुहाना यारों।
तुम कमीने सही जिगरी रहे मेरे '®,
वक़्त-ए-अलविदा भी साथ निभाना यारों।
©Lovely Sony®
#SAD#aline#dearzindgi
#life®