ये लाल इश्क
नहीं है कोई मलाल इश्क
तेरे मेरे इश्क पे सूरज की लालिमा छाई
चांद ने भी बड़ी शिद्दत से इसमें चांदनी बरसाई है
इंद्रधनुष ने सतरंगी रंगो से
इस इश्क की दुनिया सजाई है
हां माना दूरियों की तड़प भी इश्क में शामिल है
मगर दिल में सजी रहती है
तेरे एहसासों की महफिल है
तुमसे दूरियां बड़ा तड़पती हैं
तुमसे बात न होना भी बड़ा रुलाती है
मगर चाहत तेरे लिए जरा कम न हो पाती है
कभी कभी तेरी बेपरवाही बड़ी खलती है
मगर तेरे इश्क से सांसे मेरी चलती है
लाख शिकवे शिकायत के बाद भी
नूरानी है ये लाल इश्क
नही है कोई मलाल इश्क
©kavya soni
#lalishq