जो जले थे हमारे लिए, बुझ रहे है वो सारे दिये,
कुछ अंधेरों की थी साजिशें,
कुछ उजालों ने धोखे दिए।
©Sarfaraj idrishi
#Diwali जो जले थे हमारे लिए, बुझ रहे है वो सारे दिये, कुछ अंधेरों की थी साजिशें, कुछ उजालों ने धोखे दिए।@Gulshan_Dwivedi Geeta Modi @jai shankar pandit @Sethi Ji @Anupriya