White तू मलमल की मुलायम मसलन सी, मैं दरिया के किनारे का कंकड़।
तू तितली के कोमल पंखों सी, मैं सूखे पेड़ की छाल कोई ।।
तेरे दो नीले गहरे नैन, मेरी आंखे दो बीहड़ सी।
तेरा नख शीष मनभावन है, मेरी काया कुछ फूहड़ सी।।
मेरी स्वप्न शकुन्तला तू बन जाए, मिल जाए जो तेरा प्रेम अधर।
जो मुझको छूले तू आज अगर, बन इत्र सुवास मैं जाऊं बिखर।।
©ANKIT
#Shiva