green-leaves फिर उठाने पड़े काग़ज़ कलम यानी फिर कि | हिंदी Shayari

"green-leaves फिर उठाने पड़े काग़ज़ कलम यानी फिर किसी ने कहर बरसाया है फिर बरसेंगी अब महफिलों में आग जानी हमारा पुराना शायर लौट आया हैं ©राहुल जाटू"

 green-leaves फिर उठाने पड़े काग़ज़ कलम
यानी फिर किसी ने कहर बरसाया है

फिर बरसेंगी अब महफिलों में आग
जानी हमारा पुराना शायर लौट आया हैं

©राहुल जाटू

green-leaves फिर उठाने पड़े काग़ज़ कलम यानी फिर किसी ने कहर बरसाया है फिर बरसेंगी अब महफिलों में आग जानी हमारा पुराना शायर लौट आया हैं ©राहुल जाटू

#GreenLeaves

People who shared love close

More like this

Trending Topic