White एक अंधेरी रात थी
जुगनुयो की बारात थी
लब भी खामोश थे
धड़कनों की बस आवाज थी,
हो रही थी गुफ्तगू
एहसासो की फरियाद थी
रुक जाता वक्त वहीं
वो मुलाकात भी खास थी,
लफ्ज़ों को ना शब्दों की
ज़रूरत खास थी
आंखों के दरमिया
दिलों की आवाज थी
एक अंधेरी रात थी
जुगनुयो की बारात थी
लब भी खामोश थे
धड़कनों की बस आवाज थी , !"
©kanchan Yadav
#GoodNight