सम्पादकीय कच्चा चिठ्ठा
खरी खरी .......चुबेगी जरूर
राजेन्द्र रैना/निशांत शर्मा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दांत फाड़ फाड़ कर कश्मीरी हिंदुओं की बेइज्जती किया जाना एक उनकी दिमागी दिवालियापन को दर्शाता है जबकि यह वही केजरीवाल है जो इससे पहले कई फिल्मों को दिल्ली में टैक्स फ्री कर चुके हैं। इसके बावजूद कश्मीरी हिंदुओं की सच्ची दास्ता पर बनी द कश्मीर फाइल फिल्म को टैक्स फ्री करने से साफ तौर पर इन्कार कर रहे है। यह देख कर यह सम्भवना बलवत्ती हुई है कि यह देश विरोधी माहौल तैयार करने वाले उसी गैंग के सदस्य है जो कश्मीर से लगभग पांच लाख को उजाड़े जाने पर मौन रहते हैं एवं अख्लाक के मारे जाने पर हूहल्ला मचात़े है। इस गैंग से जुड़े बुद्धि जीवी एवार्ड वापिस करते है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली सरकार की कार्यशैली पर अगर नजर डाली जाये तो वह मौलवियों को वेतन दे रहे हैं लेकिन मन्दिर के पुजारियों के लिए उनके पास फंड नही है। यदि हम द कश्मीर फाइल फिल्म की बात करें तो यह एक फिल्म न होकर कश्मीर में हुए हिन्दू नरसंहार के सच्चे दस्तावेज है जिसे देखकर जिहादी बिलबिलाने लगे हैं। खासकर कांग्रेसशासित प्रदेशों सहित दिल्ली,बंगाल राज्य में यह फिल्म टैक्स फ्री नही दिखाई जा रही है। इसकी यही वजह है कि द कश्मीर फाइल फिल्म ने जहां एक धर्म विशेष के लोगों की गंदी मानसिकता को दर्शाया है वही राजनीतिक पार्टियों की पोल खोल कर रख दी है।
वैसे भी राजनीतिक पार्टियों की कुछ कुछ पोल तो पहले ही खुली हुई थी लेकिन इस फिल्म ने जो हिन्दुओं को जगाने का काम किया है वह खास कर डुप्लीकेट हिन्दुओं एवं जिहादियों को बहुत चुबा है। यदि अब भी हिन्दू नही जागे तो आने वाली पीड़ी माफ नही करेंगी।
"हिन्दुओं जागों जागों,
"वर्ना भागों भागों।
"भाग कर जाओगें कहां,
"एक ही तो है हिन्दुस्तां।
गीत की ये पंक्तियां समझने के लिए काफी है।
एक तरफ कश्मीर की हालत से आप वाकिफ़ है। दिल्ली ओर पंजाब का एजेंडा अरविंद केजरीवाल सैट कर चुके हैं जिसकी पोल आप पार्टी के बड़े नेता कवि कुमार विश्वास पहले ही खोल चुके है। केरल में क्या चल रहा है आप जानते ही हैं।बंगाल में ममता दीदी नये नये गुल खिला ही रही है। आप सब इस से भी वाकिफ़ है। इसके बावजूद भी यदि हम नही समझते तो फिर हिन्दुओं का दमन नही रोका जा सकता। द कश्मीर फाइल फिल्म हर सनातनी को देखनी चाहिए एवं बच्चों को दिखानी चाहिए क्योंकि यह फिल्म फिल्म न हो कर हिन्दुओं की बरबादी की कहानी जो यह कहती है कि चंद सिक्के आने के बाद हिन्दू धर्मनिरपेक्ष हो जाते है। आने वाले खतरे को हम बेखबर हो जाते है ओर बिखर जाते हैं। लेकिन दूसरे महजब के लोग अपने गिनती बढ़ाते है,खुद को जिहादी बनाते है। बिखरे हिन्दुओं से सब छीन कर ले जाते है।फिर हिन्दू रो रो कर अपना दुखड़ा सुनाते है। फिर जिहादियों की तरह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हंस हंस कर हिन्दुओं का मजाक उड़ाते हैं। शेष आगे
©Rajinder Raina
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