"परिवार का मतलब
हर अच्छे-बुरे में एक-दूसरे साथ होना होता है।
जब पूरी दुनिया ग़लत कहे,
तब भी एक-दूसरे को समझने की कोशिश करना होता है।
कुछ ग़लत होने पर भी हाथ थामकर
ढांढस बंधाना होता है।
अगर परिवार हीं स्वार्थी, जजमेंटल
और अवसरवादी हो जाएगा,
तो इंसान भला कहां जाएगा?
©Jupiter and it's moon....(प्रतिमा तिवारी)
#Family