White - कुण्डलिया छंद - "सर्दी"
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सर्दी की रुत आ गयी, विगत हुई बरसात।
दिन छोटे होने लगे, लम्बी होती रात।।
लम्बी होती रात, लुढ़कता निशदिन पारा।
कंबल स्वेटर कोट, बिना अब नहीं गुजारा।।
पड़ी गुलाबी ठंड, हुआ मौसम बेदर्दी।
लगे गुनगुनी धूप, आ गयी है अब सर्दी।।
- हरिओम श्रीवास्तव -
भोपाल,म.प्र.
©Hariom Shrivastava