Beautiful Moon Night अक्सर रात को आसमाँ देखकर
तुम्हें निहारा करता हूँ।
छुप जाते हो जब बीच बादलों में
तुम्हें पुकारा करता हूँ।
अक्सर रात को आसमाँ देखकर..
खुदा जाने दिल की आवाज़
तुम तक पहुँचती है या नहीं
फिर हाथ उठाकर
तुम्हें इशारा करता हूँ!
अक्सर रात को आसमाँ देखकर..
जब भी देखता हूँ शबाब में
चले आते हो ख्वाब में,
तब खुद को आइने में सवाराँ करता हूँ।
अक्सर रात को आसमाँ देखकर...
ये जानते हुए भी
तुम तक पहुँचना है नामुमकिन,
फिर पानी में तुम्हारे अक्स को
उतारा करता हूँ।
अक्सर रात को आसमाँ देखकर...
सोचता हूँ नज़र न लग जाए
तुम्हें ज़माने की कहीं,
नज़रों से बचाकर
पानी में हलचल पैदा करता हूँ।
अक्सर रात को आसमाँ देखकर...
जानता हूँ तुम्हें ज़मीं पर लाना
यूँ सितारों से दामन छुड़ाना
नामुमकिन है, पर ये वो गुनाह है
जिसे मैं बार बार करता हूँ।
अक्सर रात को आसमाँ देखकर
तुम्हें निहारा करता हूँ,
छुप जाते हो जब बीच बादलों में
तुम्हें पुकारा करता हूँ।
©Deepak Kumar 'Deep'
#beautifulmoon