गुम कर दिया है खुद को, तेरे ख्यालों में कहीं,
अब ये दिल भी बसता है, तेरे ही सपनों की बस्ती में।
तेरे बिना हर पल अधूरा, तेरे साथ हर लम्हा पूरा,
तू ही मेरी मंजिल है, तू ही मेरा सफर है सारा।
तेरी मोहब्बत में खो गया, हर दर्द अब लगता है फिजूल,
तुझसे ही है मेरी पहचान, तू ही मेरा रहनुमा, तू ही मेरा उसूल।
©Balwant Mehta
#selfhate