ये गलिया क्या केहती है तेरा चेहरा दिखता नही अब ये हवा जाने क्यू ये केहती है हर रोज तो मिलता हु तुजसे जाने ये वादियां क्या केहती है तू बिछड़े गि मुजसे जाने ये तेरी सहेलियां क्यू केहती है ©Parmeshwar Janjire Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto