White ©हमने परिंदो के चमन को उजड़ते देखा,समंदर ए साहिल पे,तिश्नगी में मरते देखा//१
अपने गमजे छुपाकर उसे मैने हंँसते देखा,यानि एक जिंदा दिल को घुटकर मरते देखा//२
बागबा को पैरो से गुलों को मसलते देखा,हमने सब्जे शजर को उखड़ते देखा//३
मिन्नते बहुत की उसने उल्फते-वस्ल् की,हमने
उल्फते वस्ल को हिज़्र में तड़पते देखा//४
माना नशा ए इश्क बहुत बुरी लत है,हमने इश्के लत को हर उम्र में चढते देखा/५
ऐ इब्न् आदम इतना मगरूर ना हो इस जवानी पर,हमनें हर जवानी को बुढ़ापे में ढलते देखा//६
एतबार ना करना चांद से मेहबूब पर"शमा"ने ईद के चांद को भी अर्श में छुपते देखा//७
#shamawritesbebaak
©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#Sad_shayri ©हमने परिंदो के चमन को उजड़ते देखा,समंदर ए साहिल पे,तिश्नगी में मरते देखा//१
अपने गमजे छुपाकर उसे मैने हंँसते देखा,यानि एक जिंदा दिल को घुटकर मरते देखा//२
बागबा को पैरो से गुलों को मसलते देखा,हमने सब्जे शजर को उखड़ते देखा//३
मिन्नते बहुत की उसने उल्फते-वस्ल् की,हमने
उल्फते वस्ल को हिज़्र में तड़पते देखा//४