माँ-बाप
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©Jaya bharti kuntal
माँ-बाप को फ़कत शब्दो से बया नहीं करा जा सकता ।
उसके त्याग, प्यार को दुनिया के किसी भी तराजू से नही तोला जा सकता ।।
क्योंकि माँ बाप जैसा दूजा ना कोई महान है ।
उनके जैसे प्यार औऱ फिक्र करने वाला ,निसंदेह इस जहां में ना कोई और इंसान है ।।
खुद से पहले अपनी संतान का सोचते हैं , अपनी इच्छाओं को भुलाकर अपने बच्चों की इच्छाओं को पूरा करते हैं
कभी भी अपनी संतान की आंखों में एक आँसू तक न आने देते हैं।
उनको सही राह दिखाते हैं ,उन्हें गलत रास्ते पर जाने से हर बार बचाते हैं ।।